Dukh Bhanjani साहिब ऑडियो पंजाबी में पथ, गुरुमुखी, हिंदी, अंग्रेजी।
Dukh भंजनी (ੀ )নন) एक पैठ है (पवित्र भजनों की रचना) एक साथ रखा जाता है क्योंकि वे सभी एक ही उद्देश्य को संबोधित करते हैं। इस पाथ के सभी शबद पांचवे सिख गुरु, गुरु अर्जन देव द्वारा तीन रागों - राग गौरी, राग बिलावल और राग सोरठ में रचे गए हैं। यह पाथ सिख धर्म के सदस्यों द्वारा किसी भी प्रकार की बीमारी ("दोष") या उनके द्वारा अनुभव की गई कठिनाई को दूर करने के लिए किया जाता है। दुक्ख शब्द का अर्थ है कष्ट या व्याधि या पीड़ा का कारण। भंजनी शब्द का अर्थ है विध्वंसक या कोल्हू; इसलिए वाक्यांश "दुखन भजनी" का अर्थ है "दर्द का नाश"। इस रचना में सभी शबद इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चुने गए हैं।
इस बानी का नाम श्री दुख भंजनी बेरी के नाम पर रखा गया है जो अमृतसर में पवित्र कुंड की परिधि में स्थित एक वृक्ष (बेरी) है।